- 1
- 1
- 1
- 3
- 3
- 1
- 1
- 1
- 3
- 1
- 1
- 1
- 1
- 3
- 1
- 1
- 2
- 2
- 2
- 1
- 2
- 2
- 3
- 1
- 2
- 1
- 1
- 2
- 1
- 3
- 1
- 1
- 1
- 3
- 1
- 1
- 1
- 3
- 1
- 1
- 1
- 2
- 1
- 1
- 1
- 2
- 2
- 1
- 3
- 1
- 2
- 2
- 1
- 2
- 2

- Jan
- Feb
- Mar
- Apr
- May
- Jun
- Jul
- Aug
- Sep
- Oct
- Nov
- Dec
📍 उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित, गुप्तकाशी वह पवित्र स्थल है जहाँ भगवान शिव ने पांडवों से छुपकर निवास किया था। यह स्थल केदारनाथ धाम की यात्रा के मार्ग पर पड़ता है और अपनी धार्मिक, पौराणिक और प्राकृतिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है।
🔱 धार्मिक और पौराणिक इतिहास
“गुप्त” + “काशी” यानी वह काशी जहाँ भगवान शिव ने स्वयं को छुपाया था।
यहाँ स्थित है विश्वनाथ मंदिर – बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर के समान ही माना जाता है।
पास में है अर्धनारीश्वर मंदिर – जहाँ शिव और शक्ति का दिव्य रूप एक साथ विराजते हैं।
🚩 केदारनाथ यात्रा का प्रमुख विश्राम स्थल
गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम जाने के लिए यात्री गौरीकुंड की ओर आगे बढ़ते हैं।
तीर्थयात्री यहाँ रुककर खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करते हैं।
यहाँ कई धर्मशालाएँ, होटल्स और सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
🌄 प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का मेल
त्रिशूल, चौखंभा और केदार डोम जैसी हिमाच्छादित चोटियाँ 🏔️
हरियाली से ढकी घाटियाँ और सुबह-सुबह मंदिरों की घंटियों की मधुर ध्वनि 🌿🔔
यहाँ का वातावरण शुद्ध, शांत और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है।
🧘♂️ योग, साधना और स्थानीय संस्कृति
कई योग और ध्यान केंद्र, छोटे-छोटे आश्रम यहाँ मौजूद हैं।
ग्रामीण जीवन, गढ़वाली संस्कृति और लोगों की सरलता यहाँ की विशेषता है।
🛍️ स्थानीय बाज़ार और अनुभव
यहाँ से श्रद्धालु गंगाजल, शिवलिंग, रुद्राक्ष, पूजा सामग्री आदि खरीद सकते हैं।
साथ ही स्वाद लें स्थानीय पहाड़ी भोजन का – जैसे मंडुए की रोटी, झंगोरे की खीर 🍲
🔖 खास बातें:
✔️ केदारनाथ धाम का प्रमुख स्टॉप
✔️ शिवभक्तों के लिए पावन स्थल
✔️ प्राकृतिक सौंदर्य + धार्मिक माहौल
✔️ मार्च से जून और सितंबर से नवंबर – यात्रा के लिए सर्वोत्तम समय
📸 फोटोग्राफी हाइलाइट्स:
विश्वनाथ मंदिर और उसके पीछे बर्फीले पहाड़ों का दृश्य 🌄
घाटियों में सूर्यास्त का दृश्य 🌅
स्थानीय पूजा अनुष्ठान और शिवरात्रि उत्सव 📿
मंदिर परिसर में बैठकर ध्यानमग्न साधु और भक्त 🧘♂️