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मथुरा को “श्रीकृष्ण की जन्मभूमि” के रूप में जाना जाता है और यह भारत के सात पवित्र शहरों (सप्तपुरी) में से एक है। यहाँ का हर कोना श्रीकृष्ण की लीलाओं की कहानियाँ सुनाता है। यमुना के किनारे बसा यह शहर हिन्दू संस्कृति, इतिहास और अध्यात्म का अद्भुत संगम है।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा का सबसे प्रमुख तीर्थस्थल है।
यह वही स्थान माना जाता है जहाँ भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कंस के कारागार में हुआ था।
यहाँ बना भव्य मंदिर और गर्भगृह श्रद्धालुओं को एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव कराता है।
सुरक्षा की दृष्टि से यहाँ काफी कड़े नियम होते हैं, कैमरा और मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित है।
द्वारकाधीश मंदिर मथुरा का एक और अत्यंत प्रसिद्ध मंदिर है।
इस मंदिर की स्थापत्य कला, नक्काशी और रंगीन स्तंभ आपको मुग्ध कर देंगे।
यहाँ विशेष रूप से श्रावण और जन्माष्टमी के समय भारी भीड़ होती है।
मथुरा में विश्राम घाट सबसे प्रसिद्ध घाट है जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने कंस वध के बाद विश्राम किया था।
यहाँ आरती का दृश्य अत्यंत भावपूर्ण होता है, विशेष रूप से संध्या समय।
आप यहाँ नौका विहार का आनंद भी ले सकते हैं और घाटों की शांति में खो सकते हैं।
मथुरा म्यूज़ियम (Government Museum) प्राचीन मूर्तिकला और ऐतिहासिक अवशेषों के लिए जाना जाता है।
यहाँ गुप्तकालीन और कुशाणकालीन मूर्तियाँ देखने को मिलती हैं।
यदि आप कला और इतिहास के शौकीन हैं, तो यह स्थान आपको अवश्य जाना चाहिए।
मथुरा की होली एक अलौकिक अनुभव है।
लठमार होली, फूलों की होली, और रंगभरी होली का आयोजन यहाँ मार्च-अप्रैल में बड़े उत्साह से होता है।
हजारों लोग भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी केवल इस उत्सव को देखने आते हैं।
मथुरा की पेड़ा दुनिया भर में प्रसिद्ध है, जो यहाँ की मिठास का प्रतीक है।
यहाँ के बाज़ारों में आपको पारंपरिक पोशाकें, पूजा सामग्री, और कृष्ण लीला से संबंधित स्मृति चिह्न मिलेंगे।
मथुरा के ब्रज भोजन का स्वाद लेना न भूलें — जैसे कि आलू की सब्जी, पूड़ी, और देसी घी की कचौड़ी।
रेल मार्ग: मथुरा जंक्शन भारत के प्रमुख रेलवे नेटवर्क से जुड़ा है।
सड़क मार्ग: दिल्ली, आगरा, जयपुर से सीधी बस और टैक्सी सुविधा उपलब्ध है।
हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा आगरा और दिल्ली में स्थित है।
मथुरा में आप हर प्रकार की ठहरने की व्यवस्था पा सकते हैं:
आश्रम और धर्मशालाएँ सस्ते और धार्मिक माहौल के लिए उपयुक्त हैं।
होटल और रिसॉर्ट्स आधुनिक सुविधाओं के साथ अच्छे विकल्प प्रदान करते हैं।
विशेष रूप से जन्मभूमि और द्वारकाधीश मंदिर के पास अच्छी सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
मथुरा एक ऐसा स्थान है जहाँ धर्म, इतिहास, और संस्कृति एक साथ जीवंत होते हैं।
यह शहर आपको न केवल श्रीकृष्ण की लीलाओं से परिचित कराता है, बल्कि आत्मा की गहराई में उतरने का अवसर भी देता है। मथुरा यात्रा आपको हमेशा के लिए एक आध्यात्मिक स्मृति दे जाएगी।