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शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र के अहमदनगर ज़िले में स्थित एक ऐसा गाँव है जहाँ लोगों के घरों में न दरवाज़े हैं और न ही ताले।
यहाँ की मान्यता है कि शनि देव स्वयं इस गाँव की रक्षा करते हैं, इसलिए चोरी और अपराध की संभावना लगभग शून्य है।
यहाँ शनि देव की काले पत्थर की विशाल प्रतिमा खुली जगह पर स्थापित है।
मंदिर में कोई छत नहीं है – क्योंकि शनि देव आकाश के ग्रह हैं, अतः उन्हें खुला आसमान प्रिय है।
भक्तजन काले वस्त्र पहनकर, तिल और तेल अर्पण करते हैं।
🛢️ “शनि अमावस्या” के दिन यहाँ विशेष पूजा होती है और लाखों श्रद्धालु आते हैं।
पूरे गाँव में किसी भी घर में दरवाज़े नहीं लगाए जाते हैं – यह परंपरा सदियों से चली आ रही है।
अगर कोई चोरी करने की कोशिश करता है, तो मान्यता है कि शनि देव उसे दंडित कर देते हैं।
यह गाँव ईमानदारी और आस्था का जीता-जागता उदाहरण है।
निकटतम रेलवे स्टेशन: राहुरी (33 किमी), अहमदनगर (35 किमी)
निकटतम हवाई अड्डा: औरंगाबाद (90 किमी)
सड़क मार्ग: शिर्डी से लगभग 70 किमी – टैक्सी और बसें नियमित रूप से चलती हैं।
शनि शिंगणापुर में सरल धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस, और कुछ आश्रम उपलब्ध हैं।
खाद्य व्यवस्था भी सादा, सात्विक और स्वच्छ होती है – भक्तों के लिए प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था रहती है।
महिलाएं अब विशेष नियमों के अंतर्गत शनि प्रतिमा के निकट जाकर पूजा कर सकती हैं।
ताजगी और आस्था बनाए रखने के लिए शांतिपूर्ण आचरण रखें।
पूजा करते समय मोबाइल या कैमरा का उपयोग ना करें।
🌠 “शनि शिंगणापुर आकर जो माँगा, वो पाया – लेकिन सच्चे मन और कर्म के साथ!” 🌠