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📍 उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में स्थित उत्तरकाशी, एक पवित्र शहर है जिसे अक्सर “छोटा काशी” भी कहा जाता है। यह भागीरथी नदी के किनारे बसा हुआ है और गंगोत्री धाम की यात्रा के लिए प्रमुख पड़ाव है।
🛕 धार्मिक और पौराणिक महत्त्व
उत्तरकाशी को काशी (वाराणसी) के समान धार्मिक स्थान माना जाता है।
यहाँ स्थित है विश्वनाथ मंदिर, जो भगवान शिव को समर्पित है और अत्यंत पूजनीय माना जाता है।
पास ही कुंडों की श्रृंखला, जैसे पराशर कुंड, मनीकर्णिका घाट – मोक्ष और पवित्रता का प्रतीक हैं।
🌄 प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालयी वातावरण
उत्तरकाशी चारों ओर से ऊँचे-ऊँचे हिमालयी पर्वतों और जंगलों से घिरा है।
भागीरथी नदी की कलकल ध्वनि और ठंडी पहाड़ी हवाएं मन को शांति देती हैं।
🌲 यहां का हर कोना शांति और ऊर्जा से भरा है।
🚩 गंगोत्री धाम का प्रवेश द्वार
उत्तरकाशी से गंगोत्री मात्र 100 किमी दूर है।
यह चारधाम यात्रा का प्रमुख हिस्सा है और यहाँ से तीर्थयात्री आगे की यात्रा शुरू करते हैं।
🧘♂️ योग, तप और साधना का केंद्र
अनेक प्राचीन आश्रम और साधना केंद्र यहां स्थित हैं जहाँ ऋषि-मुनियों ने वर्षों तक तप किया।
यहां आने वाले श्रद्धालु ध्यान, योग और आत्मचिंतन का अनुभव कर सकते हैं।
🛍️ स्थानीय जीवनशैली और बाज़ार
यहाँ के बाजारों में धार्मिक सामग्री, ऊनी कपड़े, जड़ी-बूटियाँ और हस्तशिल्प की वस्तुएँ मिलती हैं।
👜 यह स्थान धार्मिक और सांस्कृतिक स्मृति चिन्हों के लिए प्रसिद्ध है।
🔖 खास बातें:
✔️ गंगोत्री धाम का बेस स्टेशन
✔️ विश्वनाथ मंदिर और तपोवन जैसे आध्यात्मिक स्थल
✔️ हिमालय दर्शन, भागीरथी नदी और घाटियाँ
✔️ साहसिक गतिविधियाँ: ट्रेकिंग, कैम्पिंग, योग रिट्रीट
✔️ अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर – यात्रा के लिए उत्तम समय
📸 फोटोग्राफी हाइलाइट्स:
गंगोत्री रोड से हिमालय के विहंगम दृश्य 🏔️
नदी के किनारे बने मंदिर और घाट 🌊
साधुओं और श्रद्धालुओं की धार्मिक साधना 🧘♂️📿
सूर्योदय और सूर्यास्त में मंदिरों का स्वर्णिम प्रकाश 🌅